जिस माँ बाप की
बेटियां सर झुका के
चलती है उनके माँ बाप
सर उठा कर चलते है
गुरुर किस बात का
आज मिट्टी के
ऊपर है,
कल मिट्टी के
नीचे होंगे
कौन किसका हबीब
होता है कौन किसका
करीब होता है
बन जाते है रिश्ते नाते
वहाँ जहा जिसका नसीब होता है
हर गलती पर पर्दा सिर्फ
अल्लाह ही डाल
सकता है,इंसान की
जात तो सिर्फ उछालना जानती है
जन्नत में फातिमा की
कनिजे जहाँ रहे
या रब मेरी दुआ है
मेरी माँ भी
वहाँ रहे ।